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हमारे शहर की विशेष स्थिति है कि पिछले १५-२० वर्षों से यहाँ विधायक , सांसद और मेयर भारतीय जनता पार्टी से चुने जाते रहे है परन्तु देश की केंद्रीय सरकार और प्रदेश की सरकारें अन्य राजनीतिक दलों की ही रही है . उसका विशेष नुकसान किसी विधायक या सांसद या मेयर को नहीं हुआ है , वे तो अपना कार्यकाल पूरा कर के और अपनी परिस्थितियों का रोना रो कर चले जाते है कि हमारी सरकार नहीं थी इसलिए हमारा काम नहीं हुआ . लेकिन मुझे ये बात समझ नहीं आती है , या किसी भी शहरी को समझ नहीं आती है कि हमारे विधायक या सांसद या मेयर क्या पांच साल में कुछ भी बात नहीं कर पाते है या किसी भी बहस
में हिस्सा नहीं लेते है जिसमे शहर कि बारे में अपनी बात कर पाएं . बहुत से सांसद और विधायक निर्दलीय होते हुए भी अपने शहर का पूरा विकास करने में सक्षम हो पाते hai
पूरा शहर कूड़े का ढेर बन चुका है और नालियों, परनालों का इतना बुरा हाल है कि जरा सी बारिश में ही सारा शहर जलजमाव का शिकार हो जाता है , यहाँ तक कि हमारी माननीया महापौर साहिबा के घर के आस पास भी पानी जम जाता है और बहुत से मुहल्लों में तो सारे साल ही पानी भरा रहता है .
आखिर शहर वासियों को कौन सा मार्ग चुनना चाहिए जिससे हमारा शहर वारंगल की तरह साफ़ सुथरा हो सके जिससे हम चैन की सांस तो ले
धन्यवाद
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